हे सूरज महाराज......
गर्मी को बरसाओ ना यूं ,
पत्थर सा सिकवाओ ना यूं ,
दबे पांव आने दो बदरा,
पानी-पानी को तरसाओ ना यूं ।
गर्मी को बरसाओ ना यूं ,
पत्थर सा सिकवाओ ना यूं ,
दबे पांव आने दो बदरा,
पानी-पानी को तरसाओ ना यूं ।
ना मुसकाते रहो यूं अकेले,
खङी धूप में, बिन सहेले,
तुमको होगी कसम चांदनी की,
दिन में तारे, दिखलाओ ना यूं ,
दबे पाव आने दो बदरा,
पानी-पानी को तरसाओ ना यूं ।
तुमभी अगन में तपे हो,
कई बरसों के प्यासे रहे हो,
थोङा रुकलो, तो आराम कर लो,
तुमभी खुद को सुखाया करो यूं ,
दबे पांव आने दो बदरा,
पानी-पानी को तरसाओ ना यूं ।
दबे पांव आने दो बदरा,
पानी-पानी को तरसाओ ना यूं ।
...............
प्रीती बङथ्वाल "तारिका"(चित्र- साभार गूगल)
सुन्दर रचना !
ReplyDeleteआप की बात का असर हो गया -राहत मिली
ReplyDeleteइधर पानीपत में पता नहीं कब असर होगा पर विश्वास पर टिका है सबकुछ......... बहरहाल अच्छी सामयिक रचना..
ReplyDeleteआपकी ही बात मान जाये ...तो हम सब का भी भला हो जाये ....अच्छी कविता
ReplyDeleteअब तो आ ही गई है बदरा।
ReplyDeleteबहुत सुंदर ,अब इन्तजार खत्म हुआ .
ReplyDeleteलीजिये अपने रचना प्रकाशित की और इधर बदरा बरसने लगे है . इ सीजन में बारिश की चर्चा मन को लुभाती है . बहुत बहुत आभार.
ReplyDeleteबहुत सही असर हुआ है. कल हमारे यहां भी आगई है.
ReplyDeleteरामराम.
तुमभी अगन में तपे हो,
ReplyDeleteकई बरसों के प्यासे रहे हो,
थोङा रुकलो, तो आराम कर लो,
तुमभी खुद को सुखाया करो यूं ,
दबे पांव आने दो बदरा,
पानी-पानी को तरसाओ ना यूं ।
sach mein ab to barish ho hi jaye
meet
लीजिये आपकी पुकार सुन बदरा ने दस्तक भी दे दी.
ReplyDeleteBAHUT GARMI MEIN GARAM LAGI YEH KAVITA
ReplyDeleteSAHAN SHAKTI BAHDHANE KA PARYAS ACHCHA H.
RAMESH SACHDEVA
DIRECTOR,
HPS DAY-BOARDING SENIOR SECONDARY SCHOOL,
"A SCHOOL WHERE LEARNING & STUDYING @ SPEED OF THOUGHTS"
SHERGARH (M.DABWALI)-125104
DISTT. SIRSA (HARYANA) - INDIA
HERE DREAMS ARE TAKING SHAPE
+91-1668-230327, 229327
www.hpsshergarh.wordpress.com
badara ke liye ye pukaar, sambhav he apne apne andaaz me desh ke har shetr se uth rahi he/ ishvar raag se hi sun le/
ReplyDeletebahut achhi rachna he/ pahli baar aayaa aapke blog par, mayus nahi hua/
बहुत सुन्दर रचना के लिए बधाई
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन रचना है।
ReplyDelete---
चर्चा । Discuss INDIA
preeti ji.....
ReplyDeletebahut hi sunder rachna likhi hai
aapne....badhai...
preetiji...sadar namaskar mere blog par ane aur tippani ke liye dhanyawad....apka blog to bahut hi shandar hai........badhai..
ReplyDelete