कहने को तो कहते हैं,
हम तोङ के लायेंगे,
इन चांद सितारों को,
भर देंगे दामन हम,
जों मोतियों की बारिश हो।
पत्थर को तराशेंगे,
नाखूनों से अपने,
जब तक न बन जाए,
मूरत मेरे माही की।
चुन लेंगे फूलों को,
तेरी महक घुली जिनमें,
फिर बन जोगी तेरा,
तेरे नाम की माला को,
होठों में फिरायेंगे।
हम तोङ के लायेंगे,
इन चांद सितारों को,
भर देंगे दामन हम,
जों मोतियों की बारिश हो।
पत्थर को तराशेंगे,
नाखूनों से अपने,
जब तक न बन जाए,
मूरत मेरे माही की।
चुन लेंगे फूलों को,
तेरी महक घुली जिनमें,
फिर बन जोगी तेरा,
तेरे नाम की माला को,
होठों में फिरायेंगे।
...........
प्रीती बङथ्वाल तारिका
(चित्र- साभार गूगल)
kasame vade payar vfa sab baten hain baton ka kya, sugar ke bhav kam hote nahin chand tare kya layengen. narayan narayan
ReplyDeletekya baat hai ...
ReplyDeleteishq hai ...ishq hai
प्रीती जी अरसे बाद आपको पढने का मौका मिला है बहोत ही खुबसूरत विषय पे लिखा है आपने ... और उतने ही खूबसूरती से बात को कही है आपने...यही एक विषय है जिसकी परिभाषा किसी को अभी तक नहीं पता... मगर सभी जानते है क्या बला है..
ReplyDeleteमेरी नई ग़ज़ल पे आपको नेवता दिए जा रहा हूँ... शाम को आये जरुर... और अगली ग़ज़ल इसी विषय पे ...
अर्श
प्रेम से परिपूर्ण सुंदर अभिव्यक्ति लिखी है आपने...
ReplyDeleteबहुत सुंदर...और ये पंक्तियाँ-
पत्थर को तराशेंगे,
नाखूनों से अपने,
जब तक न बन जाए,
मूरत मेरे माही की।
इनका तो जवाब ही नहीं है...
मीत
sunder ehsaas
ReplyDeleteसुंदर भाव , कोमल एहसास. शुभकामनाएं
ReplyDeleteरामराम.
समयचक्र: चिठ्ठी चर्चा : आपकी चिठ्ठा : मेरी चिठ्ठी चर्चा में
ReplyDeleteप्रेम का वर्षों पुराना जाना-पहचाना लिबास, इसे नया रंग देने की आपकी कला भायी...
ReplyDeleteकिंतु पढ़ कर लगा जैसे अधूरी हो...!!!
beech ki pantiyan kiphi achchhi ban padi ahin jo ek khas jajbe ki taraf ishara kar rahi hain,
ReplyDeleteNavnit Nirav
अच्छे से प्यार के वादों को पिरोया है आपने अपनी कविता में....
ReplyDeletepyar ke vaade aise hi kiye jate hain.....bahut badhiya rachna.
ReplyDeleteअरे इतना मुश्किल भी नही ..बस इरादे मजबूत होने चाहिए
ReplyDeleteप्रीती जी
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति है.
http://www.ashokvichar.blogspot.com
The simplicity that bewilders and sophisticated thought, that leaves a train of impressions.. freezing ur thoughts for a moment and forcinng you to go for it once more..
ReplyDeletekeep it up..
Bahut khob likhde ho , keep it up
ReplyDeleteEnna pyar na sanu kar aadya , ban peed ankha wich radkan ge , har saan te likhya naam jaao tere dil wich mud mud dhadkaan ge,
ise ishq mil jao khush koi is gal da na itbaar karen , par kithe tak koi phaj loaga e tan suttan te bhi waar kare.